गोविंदा की धर्म पत्नी जिनका नाम है सुनीता जी इतनी जबदस्त तरीके से दारू पीती हैं और अपना जन्मदिन, अकेले मनाती हैं और वह सुबह शाम जम के दारू पीती है , वो कहती है कि 8 बजते ही मैं सुबह दारू की बोतल खोलके इस कदर पीती हु कि मुझको कोई होश नहीं रहता है मैं किसी की बात नहीं मानती हु जो मन में आता है वो करती मेरा मन जब करता है तब पीती हु I
गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा ने एक मजेदार खुलासा किया है। सुनीता जी ने बताया कि मैं इतना पीती हु कि हो सके कोई औरत इतनी दारू पीती होगी सुनीता ने बताया कि वह खूब जमकर दारू पीती हैं और मैं अपना जन्मदिन अकेले मनाती हैं। सुनीता ने कहा कि जब जनम अकेले हुआ और मरना अकेले है तो वह अपनी जिंदगी में खुश रहती है वो अकेले ही जो करना होता है वो करती है लाइफ भी अकेले इंजॉय करती हैं।
और पढ़िए वह क्या-क्या बोलीं:
सुपर स्टार गोविंदा जी की धर्म पत्नी सुनीता आहूजा बहुत हीअपनी लाइफ में मस्त और बिंदास और बेबाक रहती हैं। गोविंदा के संग संबंध से लेकर अपनी पर्सनल लाइफ और बच्चों तक के बारे में वह कई सोशल मीडिया पर इंटरव्यूज में कई बाते दिलचस्प खुलासे के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाई है हाल ही सुनीता जी ने बताया है कि उन्हें अंग्रेजी शराब से बहुत ज्यादा लगाओ और बहनतीय प्यार है और उन्हें पीने का मौका मिल जाए तो वजह नहीं देखती है कहा मन करता है वही पे पीने लगती है । सुनीता ने यह भी बताया है कि अब गोविन्द में वह बात नहीं रही क्यूंकि वह अब बूढ़े लगने लगे है अब वो मज़ा नहीं है इसलिए वह अकेले ही टहलने और घूमने निकल जाती है और शराब पीती रहती है

इसी प्रकार की उनकी लाइफ स्टाइल है
सुनीता आहूजा ने ‘कर्ली टेल्स’ में एक इंटरव्यू में बताया है कि वह कैसे क्या करती है उन्होंने बताया है कि उनको कौन सी जगह पसंद है कौन सा घर पसंद है उन्हें सब अकेले करना पसंद है वो दारू भी अकेले पीना पसंद करती है को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह अपना बर्थडे वो जहां जाती है अकेले जाती है अकेले मनाती हैं।
सुनीता आहूजा जी ने बताया :
जब भी मैं बहुत खुश खुश होती हूं तब मैं इतनी पीती हु कि मुझे कोई होश नहीं रहता है सुनीता अपने फेवरेट स्पॉट पे जाती हैसुनीता जी ने बार काउंटर को देख कर उसकी तरफ इशारा करते हुए कहा, कि यह हमारा ‘ मेरा फेवरेट कॉर्नर है जिसमें मैं खुल के पीती हूं गोविंदा जी का कहना है कि हमारे घर के फेवरेट है धरम जी जो हमारे घर में एक धरम जी हैं, और धरम जी मेरे फेवरेट हैं। इसलिए मुझे इस स्पॉट से दिक्कत नहीं।यह शानदार और मेरा फेवरेट स्पॉट है और ब्लू लेबल मेरा फेवरेट ब्रांड है जी की मैं पीती हु । जब भी मैं खुश होती हूं तो इसे पीती हूं। यह आसानी से डाइजेस्ट और हजम भी हो जाती है।इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं होती है
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‘यश का लॉन्च था तो पूरी बोतल पी ली
सुनीता ने आगे कहा, की जब भी हमारे बच्चों का बर्थडे जन्मदिन होता है,तब मैं पीती हु मैं बहुत खुश होती हूं। जैसे कि हाल ही यश का लॉन्च था, तब मैने तो पूरा रिकॉर्ड तोड़ दिया मैं इतनी खुश थी कि कोई होश नहीं था मैने पूरी बोतल पी ली थी बहुत मजे किए मैने । यहां तक कि कभी इंडिया और पाकिस्तान का बहुत जबरदस्त क्रिकेट मैच होता है, तो भी मैं एक पूरी बोतल पी लेती हूं। मैं हर रोज नहीं पीती। सिर्फ संडे को पीती हूं। ये मेरा चीट डे है।’ मै किसी किसी दिन पीती हु संडे को मैं पूरा रिकॉर्ड तोड़ देती हु मैं बहुत पी लेती हु सन्डे को जरूर पीती हु

मै अकेले बर्थडे मनाती हु और इस कदर दारू शराब पीती हु सुनीता आहूजा
सुनीता ने बताया कि मै रात में पीती हु और सुबह में पीती हु सन्डे को पूरा दिन पीती हु और मैं अपना बर्थडे अकेले मानती हु यही मूछें अच्छा लगता है मूछें अकेले पीना अच्छा लगता है मै अपने मन की रानी हु मूछें जो अच्छा लत है वो करती हु वह अपना बर्थडे अकेले मनाती हैं और रात को ड्रिंक करती हैं। लेकिन दिनभर वह भगवान की पूजा करती हैं। सुनीता बोलीं, ‘इतने साल मैंने बच्चों को दिए, और अब वो बड़े हो गए हैं। मैं अब अपने लिए जीना चाहती हूं। इसलिए मैं अपने हर बर्थडे पर अकेले जाती हूं। 12 साल हो गए हैं। कभी मैं गुरुद्वारे, माता के मंदिर या किसी और मंदिर जाती हूं।’
मेरा जब मन होता है तब मैं पूजा करती हु क्योंकि मैं बहुत मानती हु भगवान को
सुनीता आहूजा ने बताया कि मै जब सुबह उड़ाती हु तभी से दारू पीने लगती हु ‘जैसे ही 8 बजता है, बोतल खोल के, अकेले ही बर्थडे का केक काटके, दारू पीने लगती हु मैं भगवान की पूजा को और सारे काम काज अपने हिसाब से हैंडल करती हु । मैं अकेले इंजॉय करती हूं क्योंकि जनम होता है तो अकेले, मरते हो तो भी अकेले।उनका कहना है कि जब इंसान का जन्म होता है तो वह अकेले आता है और जब मारता है तो वह अकेले मारता है इसलिए जो होता है अच्छे के लिए होता है

गोविन्द जब छोटी क्लास में 9वीं कक्ष में थे तब सुनीता और बी.कॉम लास्ट ईयर में थी गोविंदाऔर
सुनीता ने फिर गोविंदा संग अपनी लव स्टोरी के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि वह गोविंदा को तब से जानती थीं, जब वह बी.कॉम में थे। जबकि सुनीता खुद 9वीं क्लास में थीं। गोविंदा, अपना घर छोड़ के सुनीताजी की बहन के घर रहने आए क्योंकि उनकी बहन की शादी गोविंदा के मामा के संग हुई थी जिससे उनकी मुलाकात कई बार हुई जिससे उनका मिलना जुलना होता रहता था इसी प्रकार उनको प्यार हो गया है
‘कब नसीब फूटा पता ही नहीं चला’
गोविन्द और सुनीता आपस में इतना प्यार करते है कि वो हमेशा लड़ते रहते है आपस में पता नहीं क्या क्या कहते रहते है उनको भी नहीं एहसास होता है कि हम क्यों लड़ते रहते है उनकी लाइफ बहुत मस्त है सुनीता ने कहा, ‘हम कुत्ते-बिल्ली की तरह लड़ते थे। लड़ते रहते है सुनीता कहती है कि उनकी पर्सनालिटी उनको बहुत पसंद है उनका कहना की हमारे अंदर अच्छी कंपाउंडिंग है हमारी जिंदगी बहुत मस्ती भरी है