भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। लंबे समय से शीर्ष तीन कंपनियों में बनी रहने वाली Hyundai अब चौथे स्थान पर खिसक गई है, जबकि महिंद्रा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बनने का गौरव प्राप्त किया है। टाटा मोटर्स ने अपनी स्थिति बरकरार रखते हुए तीसरे स्थान पर मजबूती बनाए रखी है। इस नए समीकरण ने भारतीय कार बाजार में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं कि यह बदलाव कैसे आया और इसके पीछे के प्रमुख कारण क्या हैं।
महिंद्रा की ऐतिहासिक छलांग
महिंद्रा एंड महिंद्रा, जो मुख्य रूप से एसयूवी सेगमेंट में अपनी पकड़ बनाए हुए है, ने बिक्री में जबरदस्त उछाल दर्ज किया है। इसकी वजह नई लॉन्च हुई गाड़ियां, बेहतर तकनीक, दमदार इंजन, और ग्राहकों की पसंद को समझते हुए बनाई गई रणनीति रही है। Hyundai कंपनी की गाड़ियां, खासकर महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन, थार, एक्सयूवी700 और बोलेरो, लगातार लोगों के बीच लोकप्रिय बनी हुई हैं।
महिंद्रा ने इस साल जबरदस्त बिक्री दर्ज की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Hyundai फरवरी 2025 में कंपनी ने 75,000 से ज्यादा गाड़ियां बेचीं, जो पिछले साल के मुकाबले 18% ज्यादा है। इस उछाल ने महिंद्रा को सीधा दूसरे नंबर पर पहुंचा दिया।
Hyundai की गिरावट के पीछे कारण
- Hyundai लंबे समय से भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी थी, लेकिन अब यह स्थान महिंद्रा ने छीन लिया है। Hyundai की बिक्री में गिरावट के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं:
- SUV सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा – भारतीय बाजार में एसयूवी की डिमांड तेजी से बढ़ी है। Mahindra और Tata जैसी कंपनियों ने दमदार एसयूवी मॉडल पेश किए हैं, जिससे Hyundai की क्रेटा और वेन्यू जैसे मॉडल्स को कड़ी टक्कर मिली है।
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की धीमी प्रगति – जहां टाटा और महिंद्रा इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं Hyundai की रणनीति थोड़ी धीमी दिखी है। टाटा मोटर्स की Nexon EV और महिंद्रा की XUV400 EV ग्राहकों की पसंदीदा बनी हुई हैं।
- नई लॉन्च की कमी – Hyundai की हालिया लॉन्चिंग उतनी प्रभावी नहीं रही, जबकि Mahindra और Tata लगातार नए और बेहतर मॉडल बाजार में ला रहे हैं।
- प्रतिस्पर्धी कीमतों का अभाव – Hyundai की गाड़ियां महंगी हो रही हैं, जबकि टाटा और महिंद्रा ने अपनी कीमतों को किफायती बनाए रखा है।
टाटा मोटर्स ने कैसे बनाए रखा अपना स्थान?
टाटा मोटर्स लगातार तीसरे स्थान पर बनी हुई है और इसकी प्रमुख वजह है कंपनी की मजबूत प्रोडक्ट लाइनअप। टाटा नेक्सन, पंच, हैरियर और सफारी जैसे मॉडल्स ग्राहकों को खूब पसंद आ रहे हैं। साथ ही, Hyundai इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए टाटा ने अपने EV पोर्टफोलियो में तेजी से विस्तार किया है। कंपनी की Tata Nexon EV और Tiago EV बाजार में धूम मचा रही हैं।
टाटा मोटर्स की बाजार हिस्सेदारी में भी वृद्धि हुई है। फरवरी 2025 में टाटा ने 72,000 से अधिक गाड़ियों की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 12% ज्यादा है।
मारुति सुजुकी का दबदबा बरकरार
भारतीय बाजार में मारुति सुजुकी अभी भी शीर्ष स्थान पर बनी हुई है। कंपनी की ऑल्टो, स्विफ्ट, वैगनआर, बलेनो और डिजायर जैसी कारें अब भी देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में शामिल हैं।
मारुति ने इस साल अब तक 1.4 लाख से अधिक कारें बेचीं, जिससे उसका नंबर वन स्थान कायम है। कंपनी की मजबूत सर्विस नेटवर्क, ईंधन कुशल गाड़ियां और किफायती कीमतें इसे बाजार में सबसे ऊपर बनाए रखती हैं।
कार बाजार का नया समीकरण – आगे क्या होगा?
भारतीय कार बाजार में यह बड़ा बदलाव कई नए संकेत दे रहा है:
- SUV सेगमेंट का बढ़ता दबदबा – Hyundai भारतीय ग्राहक अब अधिकतर एसयूवी को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिससे महिंद्रा और टाटा जैसी कंपनियां आगे बढ़ रही हैं।
- इलेक्ट्रिक वाहनों का विस्तार – आने वाले समय में ईवी सेगमेंट में टाटा और महिंद्रा और तेजी से विकास करेंगे, जबकि Hyundai और अन्य कंपनियों को इस क्षेत्र में अधिक ध्यान देना होगा।
- प्रतिस्पर्धी कीमतें और फीचर्स का महत्व – ग्राहक अब किफायती और ज्यादा फीचर्स वाली गाड़ियां चाहते हैं, इसलिए Hyundai कंपनियों को अपनी रणनीति इसी के अनुसार बनानी होगी।
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